Gold Silver Price: आजकल सोने और चांदी के दामों में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। पिछले कुछ दिनों से जहां दोनों कीमती धातुओं के मूल्य में तेजी से वृद्धि हो रही थी, वहीं अब अचानक इनके दामों में गिरावट आई है। विशेष रूप से सोने के मूल्य में आई इस गिरावट ने आम लोगों के लिए सोना खरीदने का एक सुनहरा अवसर प्रदान किया है। यह समय उन लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद हो सकता है, जो लंबे समय से सोने में निवेश करना चाहते थे, लेकिन बढ़ती कीमतों के कारण पीछे हट गए थे।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की स्थिति
वैश्विक स्तर पर सोने और चांदी दोनों ही कीमती धातुओं की मांग में गिरावट देखी जा रही है। यह प्रवृत्ति भारतीय बाजार में भी दिखाई दे रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस गिरावट के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें वैश्विक आर्थिक स्थिति और निवेशकों का रुख प्रमुख हैं। हालांकि, यह भी उल्लेखनीय है कि 1 जनवरी 2020 से अब तक सोने के दाम में 13,300 रुपये और चांदी की कीमतों में 8,400 रुपये तक की वृद्धि देखी गई है, जो इन धातुओं के दीर्घकालिक मूल्य में निरंतर वृद्धि का संकेत है।
जयपुर सर्राफा बाजार में नवीनतम मूल्य
जयपुर सर्राफा ट्रेडर्स कंपनी ने आज दोनों कीमती धातुओं के मूल्य में परिवर्तन की घोषणा की है। इस अपडेट के अनुसार, आज शुद्ध सोने के दाम में 1,000 रुपये की महत्वपूर्ण गिरावट देखी गई है। शुद्ध सोने का दाम अब 92,800 रुपये प्रति दस ग्राम हो गया है। इसी तरह, जेवराती सोने के मूल्य में भी 1,000 रुपये की कमी आई है, जिससे यह अब 86,500 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया है। यदि आप जयपुर सर्राफा बाजार से सोने या चांदी के गहने खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो इन नवीनतम दरों के बारे में जानकारी रखना आपके लिए लाभदायक हो सकता है।
चांदी के दामों में रिकॉर्ड गिरावट
चांदी के मूल्य में पिछले तीन दिनों से लगातार गिरावट देखी जा रही है। इस गिरावट ने एक महत्वपूर्ण मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर लिया है, क्योंकि चांदी का भाव एक बार फिर से एक लाख रुपये के नीचे आ गया है। आज चांदी के दाम में 4,500 रुपये की रिकॉर्ड तोड़ गिरावट दर्ज की गई है, जिससे इसकी कीमत 96,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई है। यह गिरावट चांदी के निवेशकों और खरीदारों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे उन्हें कम कीमत पर खरीदारी करने का अवसर मिल रहा है।
मांग में गिरावट के पीछे कारण
सोने और चांदी की कीमतों में आई इस कमी के पीछे कई कारण हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, वर्तमान में मलमास का माह चल रहा है, जिसके दौरान मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, इस अवधि में सोना और चांदी खरीदना शुभ नहीं माना जाता है। इस कारण बाजार में इन कीमती धातुओं की मांग में लगभग 80 प्रतिशत तक की गिरावट आई है। यह मांग में कमी सीधे तौर पर कीमतों को प्रभावित कर रही है।
भविष्य की संभावनाएं
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में सोने और चांदी के दामों में और गिरावट देखने को मिल सकती है। मलमास के समाप्त होने के बाद, त्योहारी सीजन के आगमन के साथ मांग में फिर से वृद्धि हो सकती है, जिससे कीमतों में उछाल आ सकता है। इसके अलावा, वैश्विक स्तर पर भी दोनों कीमती धातुओं की मांग में कमी देखी जा रही है, जो मूल्य निर्धारण को प्रभावित कर रही है। इसलिए, अगर आप सोने या चांदी में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो वर्तमान समय निवेश के लिए अनुकूल हो सकता है, क्योंकि कीमतें तुलनात्मक रूप से कम हैं और भविष्य में फिर से बढ़ सकती हैं।